बहानेबाज़ी की भी कोई हद होती है? या गिनती होती है? अभी तो दस कहा है, देखिए कितने बहाने सामने आते हैं
आनन्द आ गया.
@Udan Tashtariआप हो आए भूगर्भ में?:)
मस्त गाना सुनवाने के लिए आभार मोहन जी।
मत छेड़ जल जायेगी कहती है आग मेरे मंकी मैं बंदिनी पिया की मैं संगिनी हूं साजन की मेरा खिच्ली है आंचल मनमीत तेरी हर पुकार गाने के एक एक शब्द और इस गाने का फिल्मांकन गजब.जितनी बार देखती हूं इस फिल्म से मन नही भरता.हिमांशु! थेंक्स
आनन्द आ गया.
ReplyDelete@Udan Tashtari
ReplyDeleteआप हो आए भूगर्भ में?
:)
मस्त गाना सुनवाने के लिए आभार मोहन जी।
ReplyDeleteमत छेड़ जल जायेगी कहती है आग मेरे मंकी मैं बंदिनी पिया की मैं संगिनी हूं साजन की मेरा खिच्ली है आंचल मनमीत तेरी हर पुकार
ReplyDeleteगाने के एक एक शब्द और इस गाने का फिल्मांकन गजब.
जितनी बार देखती हूं इस फिल्म से मन नही भरता.
हिमांशु! थेंक्स