बहानेबाज़ी की भी कोई हद होती है? या गिनती होती है? अभी तो दस कहा है, देखिए कितने बहाने सामने आते हैं
वाह... बहुत आभार ये दुर्लभ गीत सुनवाने का ..माँ का किशोर दा का गाया गीत बहुत अच्छा है.
वाह... बहुत आभार ये दुर्लभ गीत सुनवाने का ..माँ का किशोर दा का गाया गीत बहुत अच्छा है.
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